God's Appearance and Work of the Last Days | सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की उत्पत्ति और
विकास
सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया सर्वशक्तिमान परमेश्वर - लौटे हुए परमेश्वर यीशु–अंतिम दिनों के मसीह की उपस्थिति और काम की वजह से और उसके धर्मी निर्णय और ताड़ना के अधीन, अस्तित्व में आयी। कलीसिया में उन सभी लोगों का समावेश है जो वास्तव में अंतिम दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और परमेश्वर के वचन द्वारा जीते और बचाये जाते हैं। इसे पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था, और व्यक्तिगत रूप से उसके द्वारा नेतृत्व और मार्गदर्शन किया जाता है, और इसे किसी भी तरह से किसी भी व्यक्ति द्वारा स्थापित नहीं किया गया था। यह एक ऐसा तथ्य है जिसे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया में सभी चुने हुए लोगों द्वारा स्वीकार किया गया है।देहधारी परमेश्वर द्वारा उपयोग किया जाने वाला कोई भी परमेश्वर द्वारा पूर्वनियत है, और परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से नियुक्त किया गया और गवाही देने के लिए है, ठीक वैसे ही जैसे कि यीशु ने व्यक्तिगत रूप से बारह शिष्यों को चुना और नियुक्त किया। जो लोग परमेश्वर द्वारा उपयोग किए जाते हैं, वे केवल उसके काम में ही सहयोग करते हैं, और उसके बदले में परमेश्वर के कार्य को नहीं कर सकते हैं। कलीसिया उन लोगों द्वारा स्थापित नहीं की गई थी जो परमेश्वर द्वारा उपयोग किए जाते हैं, न ही परमेश्वर के चुने हुए लोग उन पर विश्वास करते हैं या उनका पालन करते हैं। अनुग्रह के युग की कलिसीयाओं की स्थापना पौलुस और अन्य प्रेरितों द्वारा नहीं की गई थी, बल्कि ये प्रभु यीशु के काम के परिणाम थे और इन्हें स्वयं प्रभु यीशु द्वारा स्थापित किया गया था। इसी तरह, अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया उन लोगों द्वारा स्थापित नहीं की गई है जिन्हें परमेश्वर द्वारा उपयोग किया गया था बल्कि यह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के काम के परिणाम है। परमेश्वर द्वारा उपयोग किए जाने वाले लोग, मनुष्य का कर्तव्य करते हुए, केवल कलीसियाओं को सींचते, आपूर्ति करते और उनका मार्गदर्शन करते हैं। यद्यपि परमेश्वर के द्वारा उपयोग किए गए लोगों द्वारा परमेश्वर के चुने हुए लोगों का नेतृत्व किया जाता है, उन्हें सींचा जाता है और आपूर्ति की जाती है, तब भी वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को नहीं मानते या किसी अन्य का अनुसरण नहीं करते हैं, और उस (परमेश्वर) के वचनों और काम को स्वीकार करते और उनका पालन करते हैं। यह एक तथ्य है जिसे कोई इनकार नहीं कर सकता है। देहधारी परमेश्वर की उपस्थिति और काम की वजह से, सभी धार्मिक पंथों और संप्रदायों में परमेश्वर के कई सच्चे विश्वासियों ने अंततः परमेश्वर की आवाज सुनी है, देखा है कि प्रभु यीशु पहले ही आ चुके हैं और अंतिम दिनों में न्याय का कार्य कर चुके हैं, और उन सभी ने पुष्टिकी है कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर वापस आए हुए प्रभु यीशु हैं- और परिणामस्वरूप, उन्होंने अंतिम दिनों के उसके काम को स्वीकार कर लिया है। वे सभी जो सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन द्वारा जीते जाते हैं, उसके नाम के अधीन हो जाते हैं। इसलिए, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के सभी चुने हुए लोग सर्वशक्तिमान परमेश्वर से प्रार्थना करते हैं, और उसका अनुसरण,आज्ञा- पालन और उसकी आराधना करते हैं। परमेश्वर के न्याय और अनुशासन के कार्य का अनुभव करके, चीन के चुने हुए लोग उसके धर्मी स्वभाव की सराहना करने के लिए आए हैं, और उन्होंने उसकी महिमा और क्रोध को देखा है, और इसलिए वे पूरी तरह से परमेश्वर के वचन द्वारा जीते जा चुके हैं और वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के सामने परास्त हो गए हैं, और परमेश्वर के वचन के न्याय और ताड़ना को मानने और स्वीकार करने के इच्छुक हैं। इस प्रकार, उन्होंने परमेश्वर के उद्धार को प्राप्त कर लिया है।
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें