28.10.18

गांव के महापौर की सीमाएं




Hindi Christian Skit | गांव के महापौर की सीमाएं | Why Are Christians Forced to Flee Their Homes?


लघु-नाटिका – 'गांव के महापौर की सीमाएं' एक ईसाई पति-पत्नी की सत्यकथा है जिन्हें सीपीपी सरकार की यातनाएँ गाँव छोड़कर भागने पर मजबूर कर देती हैंपरमेश्वर में विश्वास रखने के कारण, सीपीपी ईसाई लियू मिंगेन को सात साल के लिये जेल में डाल देती है। जेल से रिहाई के बाद भी सीपीपी मिंगेन पर नज़र रखती है। गाँव का महापौर पाँच घरों की साझा ज़िम्मेदारी प्रणाली, सुरक्षा कैमरे, घर के चक्कर लगाने और दूसरे तरीकों से लियू मिंगेन को परमेश्वर में आस्था रखने से रोकता है, लेकिन ये सारी चीज़ें बेअसर साबित होती हैं। एक बार फिर महापौर के पास केंद्रीय पार्टी की अहम सरकारी सूचना आती है, उसके बाद लियू और उनकी पत्नी को परमेश्वर में आस्था रखने से रोकने वाले बयान पर दस्तख़त करने के लिये वह तरह-तरह के हथकंडे अपनाता है।
लेकिन जब उसका कोई हथकंडा कामयाब नहीं होता, तो पुलिस उन पति-पत्नी को गिरफ्तार करने के लिये आती है। गिरफ्तारी से बचने और परमेश्वर में आस्था बनाए रखने के लिये, लियू मिंगेन और उनकी पत्नी घर छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं।

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

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