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29.8.19

5. परमेश्वर पर विश्वास केवल शान्ति और आशीषों को खोजने के लिए ही नहीं होना चाहिए।

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
आज, आपको सही रास्ते पर नियत अवश्य होना चाहिए क्योंकि तुम व्यावहारिक परमेश्वर में विश्वास करते हो। परमेश्वर में विश्वास करके, तुम्हें सिर्फ़ आशीषों को ही नहीं खोजना चाहिए, बल्कि परमेश्वर को प्रेम करने और परमेश्वर को जानने की कोशिश करनी चाहिए। इस प्रबुद्धता और तुम्हारी स्वयं की खोज के माध्यम से, तुम उसके वचन को खा और पी सकते हो, परमेश्वर के बारे में एक सच्ची समझ को विकसित कर सकते हो, और परमेश्वर के लिए एक सच्चा प्रेम रख सकते हो जो तुम्हारे हृदय से आता है। दूसरे शब्दों में, परमेश्वर के लिए तुम्हारा प्रेम सबसे अधिक सच्चा है, इतना कि उसके लिए तुम्हारे प्रेम को कोई नष्ट नहीं कर सकता है या उसके लिए तुम्हारे प्रेम के मार्ग में कोई खड़ा नहीं हो सकता है।

25.8.19

4. पवित्र शिष्टता जो परमेश्वर के विश्वासियों को धारण करनी चाहिए

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
शैतान के द्वारा भ्रष्ट होने से पहले, मनुष्य स्वभाविक रूप से परमेश्वर का अनुसरण करता था और उसके वचनों का आज्ञापालन करता था। वह स्वभाविक रूप से सही समझ और सद्विवेक का था, और सामान्य मानवता का था। शैतान के द्वारा भ्रष्ट होने के बाद, उसकी मूल समझ, सद्विवेक, और मानवता मंदी हो गईं और शैतान के द्वारा खराब हो गईं। इस प्रकार, उसने परमेश्वर के प्रति अपनी आज्ञाकारिता और प्रेम को खो दिया है। मनुष्य की समझ धर्मपथ से हट गई है, उसकी समझ एक जानवर के समान हो गई है, और परमेश्वर के प्रति उसकी विद्रोहशीलता और भी अधिक लगातार और गंभीर हो गई है। अभी तक मनुष्य इसे न तो जानता है और न ही पहचानता है, और केवल आँख बंद करके विरोध और विद्रोह करता है।… "सामान्य समझ" आज्ञापालन और परमेश्वर के प्रति विश्वास योग्य बने रहने को, परमेश्वर के प्रति तड़प, परमेश्वर के प्रति स्पष्ट, और परमेश्वर के प्रति सद्सद्विवेक होने को संदर्भित करती है। यह परमेश्वर के प्रति एक हृदय और मन होने को संदर्भित करती है, और जानबूझकर परमेश्वर का विरोध करने को नहीं। वे जो धर्मपथ से हटनेवाली समझ के हैं वे ऐसे नहीं हैं। मनुष्य शैतान के द्वारा भ्रष्ट किया गया था इसिलिए, उसने परमेश्वर के बारे में धारणाओं का उत्पादन किया है, और परमेश्वर के लिए उसके पास निष्ठा या चाहत नहीं है, और परमेश्वर के प्रति कुछ भी कहने के लिए सद्विवेक नहीं है।

18.8.19

2. सच्चे मार्ग की खोज में तुम्हें तर्कशक्ति से सम्पन्न अवश्य होना चाहिए




परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
परमेश्वर और मनुष्य को बराबर नहीं कहा जा सकता। उसका सार और उसका कार्य मनुष्य के लिये सर्वाधिक अथाह और समझ से परे है। यदि परमेश्वर व्यक्तिगत रूप में अपना कार्य न करे, और मनुष्यों के संसार में अपने वचन न कहें, तो मनुष्य कभी भी परमेश्वर की इच्छा को समझ नहीं सकता है, और इसलिए, यहाँ तक कि जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन भी परमेश्वर को समर्पित कर दिया है, वे भी उसके अनुमोदन को पाने में सक्षम नहीं हैं। परमेश्वर के कार्य के बिना, चाहे मनुष्य कितना भी अच्छा करे, उसका कोई मूल्य नहीं होगा, क्योंकि परमेश्वर के विचार मनुष्य के विचार से सदैव ऊँचे होंगे, और परमेश्वर की बुद्धि मनुष्यों के लिये अपरिमेय है। और इसीलिये मैं कहता हूँ कि जिन्होंने परमेश्वर और उसके काम की "वास्तविक प्रकृति का पता लगाया" है कि प्रभावहीन है, वे अभिमानी और अज्ञानी हैं। मनुष्य को परमेश्वर के कार्य को परिभाषित नहीं करना चाहिए; साथ ही, मनुष्य परमेश्वर के कार्य को परिभाषित नहीं कर सकता है।

28.6.19

Hindi Christian Crosstalk | बाइबिल से परे जाना | Can We Gain Eternal Life by Clinging to the Bible?


Hindi Christian Crosstalk | बाइबिल से परे जाना | Can We Gain Eternal Life by Clinging to the 

Bible?


शियांग यांग एक गृह कलीसिया में काम करता है, और बहुत से दूसरे धार्मिक विश्वासियों की तरह, वह भी यही सोचता है कि परमेश्वर के सारे वचन और कार्य बाइबल में हैं, प्रभु में विश्वास रखने का अर्थ है बाइबल में विश्वास रखना, बाइबल प्रभु का प्रतिनिधित्व करती है, अगर वह बाइबल के अनुसार चलेगा, तो वह स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करके अनंत जीवन प्राप्त कर लेगा। लेकिन इस दृष्टिकोण को लेकर भाई झांग यी के मन में संदेह है। दोनों में एक हल्की-फुल्की बहस छिड़ जाती है: क्या परमेश्वर के सारे वचन और कार्य सचमुच बाइबल में हैं?

13.6.19

2.परमेश्वर के विजय के कार्य का महत्व।

अध्याय 4 तुम्हें अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य की सच्चाईयों को अवश्य जानना चाहिए।

2.परमेश्वर के विजय के कार्य का महत्व।
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
आज का विजय कार्य उस सम्पूर्ण साक्ष्य और उस सम्पूर्ण प्रताप को पुनः प्राप्त करने, और सभी मनुष्यों से परमेश्वर की आराधना करवाने के लिए है, जिससे सृष्ट वस्तुओं में साक्ष्य हो। कार्य के इस पड़ाव में यही किए जाने की आवश्यकता है। मनुष्यजाति को किस प्रकार जीता जाए? मनुष्य को सम्पूर्ण रीति से कायल करने के लिए यह वचनों के इस कार्य का प्रयोग कया जायेगा; उसे पूर्णत: अधीन बनाने के लिए, न्याय, ताड़ना, निर्दयी श्राप और प्रकटीकरण का प्रयोग किया जायेगा; और मनुष्य के विद्रोहीपन को ज़ाहिर करने और उसके विरोध का न्याय करने के द्वारा किया जाएगा; जिससे वह मानवता की अधार्मिकता और अशुद्धता को जान सके, जिसका प्रयोग परमेश्वर के धार्मिक स्वभाव की विशिष्टता दर्शाने के लिए किया जाएगा।

6.6.19

"बाइबल के बारे में रहस्य का खुलासा" क्लिप 5 - बाइबल के भीतर त्रुटियाँ कैसे हैं?


Hindi Christian Movie "बाइबल के बारे में रहस्य का खुलासा" क्लिप 5 - बाइबल के भीतर त्रुटियाँ कैसे हैं?
बहुत-से लोग विश्वास करते हैं कि पूरी बाइबल परमेश्वर की प्रेरणा से रची गयी है, कि यह पूरी-की-पूरी पवित्र आत्मा से आई है, और यह कि इसके एक भी वचन में कोई त्रुटि नहीं है। क्या ऐसी सोच तथ्यों के मुताबिक़ है? बाइबल 40 से भी अधिक लेखकों द्वारा लिखी गयी थी, उसकी विषयवस्तु की व्यवस्था और उसको दर्ज करने का काम मनुष्य ने किया था, और इसे पवित्र आत्मा ने सीधे प्रकट नहीं किया था|

5.5.19

अध्याय 63



अपनी स्थितियों को समझो, और इससे भी अधिक, जिस मार्ग पर तुम्हें चलने की आवश्यकता है उसके बारे में स्पष्ट रहो; यह प्रतीक्षा न करो कि मैं तुम्हें कान से पकड़कर उठाऊं और चीज़ों की ओर इशारा करूं। मैं वह परमेश्वर हूं जो मनुष्य के सबसे भीतरी दिल को देखता है और मुझे तुम्हारी सभी सोच और तुम्हारे सारे विचार पता हैं, और उससे भी अधिक मैं तुम्हारे कार्यों और व्यवहार को समझता हूं। लेकिन क्या तुम्हारे कार्य और व्यवहार में मेरा वादा है? क्या उसमें मेरी इच्छा है? क्या तुमने वास्तव में यह खोजा है? क्या तुमने वास्तव में इस संबंध में कोई भी समय बिताया है?

27.4.19

एक बहुत गंभीर समस्या: विश्वासघात (2)

मनुष्य का स्वभाव मेरे सार से पूर्णतः भिन्न है; ऐसा इसलिए है क्योंकि मनुष्य की भ्रष्ट प्रकृति पूरी तरह से शैतान से उत्पन्न होती है और मनुष्य की प्रकृति को शैतान द्वारा संसाधित और भ्रष्ट किया गया है। अर्थात्, मनुष्य अपनी बुराई और कुरूपता के प्रभाव के अधीन जीवित रहता है। मनुष्य सच्चाई या पवित्र वातावरण की दुनिया में बड़ा नहीं होता है, और इसके अलावा प्रकाश में नहीं रहता है। इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति के भीतर सत्य सहज रूप से निहित हो, यह संभव नहीं है, और इसके अलावा वे परमेश्वर के भय, परमेश्वर की आज्ञाकारिता के सार के साथ पैदा नहीं हो सकते हैं। इसके विपरीत, वे एक ऐसी प्रकृति से युक्त होते हैं जो परमेश्वर का विरोध करती है, परमेश्वर की अवज्ञा करती है, और जिसमें सच्चाई के लिए कोई प्यार नहीं होता है।

24.4.19

एक बहुत गंभीर समस्या: विश्वासघात (1)

सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर कहते हैं: लेकिन इस बार, मैं तुम लोगों की जो सबसे गंभीर समस्या है, उसकी व्याख्या करने के लिए तथ्यों का उपयोग कर रहा हूँ, और वह है "विश्वासघात"।

एक बहुत गंभीर समस्या: विश्वासघात (1)


मेरा कार्य पूरा होने ही वाला है। कई वर्ष जो हमने एक साथ बिताए हैं वे अतीत की असहनीय यादें बन गए हैं। मैंने अपने वचनों को दोहराना जारी रखा है और अपने नये कार्य में प्रगति करने से मैं नहीं रुका हूँ। निस्संदेह, मैं जो कार्य करता हूँ उसके प्रत्येक अंश में मेरी सलाह एक आवश्यक घटक है। मेरी सलाह के बिना, तुम सभी लोग भटक जाओगे और यहाँ तक कि उलझन में पड़ जाओगे। मेरा कार्य अब समाप्त होने ही वाला है और अंत पर पहुँचने वाला है; मैं अभी भी सलाह प्रदान करने का कुछ कार्य करना चाहता हूँ, अर्थात्, तुम लोगों के सुनने के लिए कुछ सलाह के वचन प्रस्तुत करना चाहता हूँ।

16.4.19

ख़ुशफ़हमी


Hindi Christian Skit | ख़ुशफ़हमी | Do You Know the Criteria for Entering the Kingdom of Heaven?


ली मिंगदाओ एक गृह-कलीसिया में प्रचारक है। वह बरसों से प्रभु में विश्वास रखता आ रहा है, और उसने हमेशा पौलुस की मिसाल का अनुसरण करते हुए प्रचार और कार्य किया है, कष्ट उठाए हैं और कीमत अदा की है। उसका मानना है, “अगर कोई मेहनत और कार्य करता है तो वह स्वर्ग के राज्य में प्रवेश कर सकता है, पुरस्कृत हो सकता है और मुकुट हासिल कर सकता है।” लेकिन अपने सहकर्मियों से मिलने पर, भाई झांग इस नज़रिये पर संदेह व्यक्त करता है। ली मिंगदाओ आश्वस्त नहीं होता और घर लौट आता है, और बाइबल को अच्छी तरह देख लेने के बाद, वह भाई झांग से गर्मागर्म बहस करता है...

28.3.19

"परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" क्लिप 2 - 28 मई के झाओयुआन मामले के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुकदमे के पीछे किस तरह की साज़िश थी?

Hindi Christian Video "परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" क्लिप 2 - 28 मई के झाओयुआन मामले के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुकदमे के पीछे किस तरह की साज़िश थी?


शेंडोंग में 28 मई की झाओयुआन घटना, जिसने चीन और शेष दुनिया दोनों को हिला कर रख दिया था, के बाद जब सीसीपी ने मामले में मुकद्दमा दायर किया, तो शामिल संदिग्ध अपनी स्वीकारोक्तियों में स्पष्ट थे कि वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के सदस्य नहीं हैं। हालाँकि, तिस पर भी सीसीपी ने उन्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से संबंधित लोगों के रूप में संदर्भित करने पर जोर दिया था। उनकी मंशा क्या थी?

26.3.19

"परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" क्लिप 1 - वास्तव में कुपंथ क्या है?


Hindi Christian Video "परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" क्लिप 1 - वास्तव में कुपंथ क्या है?


सत्ता में आने के बाद से, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने, यहाँ तक ​​कि ईसाई धर्म और कैथोलिक धर्म को एक कुपंथ के रूप से चिह्नित करते हुए और बाइबल को एक कुपंथ का साहित्य कहते हुए, धार्मिक विश्वासों का लगातार दमन और उत्पीड़न किया है। इन वर्षों में, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया प्रभु यीशु की वापसी की गवाही देती आ रही है, और इसकी भी सीसीपी द्वारा एक कुपंथ के रूप में भी निंदा की गई है। सीसीपी एक नास्तिक दल है। यह एक शैतानिक शासन है जो परमेश्वर का दुश्मन है, तो यह इस बात को निर्धारित करने के लिए कैसे योग्य हो सकता है कि कोई विशेष धर्म सही मार्ग है, या एक कुपंथ है? कोई यह कैसे समझे कि वास्तव में कुपंथ क्या है?

22.3.19

शैतान के हाथों इंसान के दूषण के परिणाम का सत्य

Hindi Christian Song 2019 | शैतान के हाथों इंसान के दूषण के परिणाम का सत्य

बरसों से भरोसा करते लोग जिन विचारों पर
जीते चले आये हैं, दूषित कर दिया उनके दिलों को उन विचारों ने।
इंसान को उन विचारों ने, कपटी, कायर और नीच बना दिया है।

15.3.19

"विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 2 - क्यों चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पागलपन के साथ धार्मिक विश्वास को कुचलती और सताती है?

Hindi Christian Video "विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 2 - क्यों चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पागलपन के साथ धार्मिक विश्वास को कुचलती और सताती है?

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने पागलपन के साथ धार्मिक विश्वास पर पूरी तरह से धावा बोला, उसे कुचला और प्रतिबंधित कर दियाI वह ईसाईयों को राज्य के मुख्य अपराधियों की तरह देखते हैI वह ईसाईयों को कुचलने, पकड़ने, सताने और यहाँ तक कि उनकी हत्या करने जैसी क्रांतिकारी कार्यवाही करने में भी संकोच नहीं करतीI इन चीजों को करने के पीछे उसके क्या कारण हैं? जो परमेश्वर में विश्वास करते हैं वे परमेश्वर को महान मानकर उनका सत्कार करते हैंI

14.3.19

"विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 1 - ईसाईयों के परिवारों को धमकाकर उन्हें विवश करने की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की रणनीति

Hindi Christian Video "विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 1 - ईसाईयों के परिवारों को धमकाकर उन्हें विवश करने की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की रणनीति

ईसाईयों को विवश करने की कड़ी में कलीसिया को बेचना, परमेश्वर को धोखा और परमेश्वर द्वारा बचाए जाने की सम्भावनाओं को नष्ट करना शामिल है, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी बेईमानी से ईसाईयों के परिवारों को धमकाती है और ईसाईयों को परमेश्वर को धोखा देने के लिए विवश करने के लिए पारिवारिक भावनाओं का उपयोग करती हैI क्या चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की योजनाओं की जीत हो सकती है?

17.2.19

जो तहेदिल से परमेश्वर से प्यार करते हैं वे सभी ईमानदार लोग हैं


New Hindi Christian Dance | जो तहेदिल से परमेश्वर से प्यार करते हैं वे सभी ईमानदार लोग हैं


बच्चे की तरह शुद्ध और ईमानदार, जीवंत, युवा ऊर्जा से भरपूर,
मानो फ़रिश्ते हों दुनिया में आए हुए।
खुले, ईमानदार दिल के साथ वे जीते हैं गरिमा के साथ।

5.2.19

क्लिप 6 - क्या आप वाकई जानते हैं कि शैन्दोंग जाओयुआन की घटना के पीछे की सच्चाई क्या है?


क्लिप 6 - क्या आप वाकई जानते हैं कि शैन्दोंग जाओयुआन की घटना के पीछे की सच्चाई क्या है?


चीन और पूरी दुनिया को झकझोर कर रख देनेवाली शैन्दोंग जाओयुआन की घटना के बारे में बहुत-से लोग जानते हैं, और उन्होंने इस घटना पर बहुत-सी शंकाएं भी जतायी हैं। वे भी दरअसल शैन्दोंग जाओयुआन की घटना के पीछे की सच्चाई को जानना चाहते हैं। अब, यह लघु वीडियो आपके सवालों के जवाब देगा और आपकी शंकाएं दूर करेगा।

4.2.19

परमेश्वर मूल्यवान मानता है उनको जो उसकी सुनते और उसका आदेश मानते हैं


Hindi Christian Song 2019 | परमेश्वर मूल्यवान मानता है उनको जो उसकी सुनते और उसका आदेश 

मानते हैं

परमेश्वर को नहीं फर्क पड़ता हो मनुष्य नम्र या महान।
जब तक वह सुनता है परमेश्वर की,
जुड़ा रहता है उसके कार्य, उसकी योजना और उसकी इच्छा से,
मानता है परमेश्वर के आदेश और जो सौंपता है परमेश्वर,
ऐसे कार्य हैं योग्य, योग्य परमेश्वर की स्मृति के,
जिससे कि उसकी इच्छा और योजना बढ़ सकें बिना अड़चन के, और हैं योग्य प्राप्ति के, प्राप्ति उसके आशीष की।

3.2.19

"साम्यवाद का झूठ" क्लिप 5 - आखिर ईसाइयों के परिवारों को कौन तोड़ रहा है?



Hindi Christian Video "साम्यवाद का झूठ" क्लिप 5 - आखिर ईसाइयों के परिवारों को कौन तोड़ रहा है?


प्रभु यीशु ने कहा, "तुम सारे जगत में जाकर सारी सृष्‍टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो" (मरकुस
16:15)। परमेश्वर की अपेक्षाओं के अनुसार, ईसाई सुसमाचार को फैलाते हैं और परमेश्वर की गवाही देते हैं, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग परमेश्वर का उद्धार पा सकें। वे जो करते हैं, वह परोपकार और नेक काम है।

1.2.19

प्रभु यीशु का अनुकरण करो




Hindi Christian Song | प्रभु यीशु का अनुकरण करो | Lord Jesus Is Our Beloved

पूरा किया परमेश्वर के आदेश को यीशु ने,
हर इंसान के छुटकारे के काम को,
क्योंकि उसने परमेश्वर की इच्छा की परवाह की,
इसमें न उसका स्वार्थ था, न योजना थी।

प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए एक अति महत्वपूर्ण कदम

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