अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है VI परमेश्वर की पवित्रता (III)" (अंश)
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "तो शैतान मनुष्य के विचारों को नियन्त्रित करने के लिए प्रसिद्धि एवं लाभ का तब तक उपयोग करता है जब तक वे जो भी सोच सकते हैं वह प्रसिद्धि एवं लाभ न हो। वे प्रसिद्धि एवं लाभ के लिए संघर्ष करते हैं, प्रसिद्धि एवं लाभ के लिए कठिनाईयों को सहते हैं, प्रसिद्धि एवं लाभ के लिए अपमान सहते हैं, प्रसिद्धि एवं लाभ के लिए जो कुछ उनके पास है उसका बलिदान करते हैं, और प्रसिद्धि एवं लाभ के लिए वे किसी भी प्रकार का मूल्यांकन करेंगे या निर्णय लेंगे। इस तरह से, शैतान मनुष्य को अदृश्य बेड़ियों से बाँध देता है। इन बेड़ियों का लोगों की पर प्रभाव पड़ता है, और उनके पास इन्हें उतार फेंकने की न तो सामर्थ होती है न ही साहस होता है। अतः लोग अनजाने में ही हमेशा इन बेड़ियों को वहन करते हुए बड़ी कठिनाई में पाँव घसीटते हुए आगे बढ़ते रहते हैं।इस प्रसिद्धि एवं लाभ के वास्ते, मनुष्यजाति परमेश्वर को नकार देती है और उसके साथ विश्वासघात करती है, तथा वह और भी अधिक दुष्ट बनती जाती है। इसलिए, इस प्रकार से एक के बाद दूसरी पीढ़ी को शैतान के द्धारा नष्ट कर दिया जाता है। अब शैतान की करतूतों को देखने पर, क्या उसकी भयानक मंशाएँ घृणास्पद हैं? (हाँ)। हो सकता है कि आज तुम लोग अभी भी शैतान की भयानक मंशाओं की वास्तविक प्रकृति को नहीं देख सकते हो क्योंकि तुम लोग सोचते हो कि प्रसिद्धि एवं लाभ के बिना कोई जीवन नहीं है। तुम सोचते हो कि, यदि लोग प्रसिद्धि एवं लाभ को पीछे छोड़ देते हैं, तो वे आगे के मार्ग को देखने में अब और समर्थ नहीं होंगे, अपने लक्ष्यों को देखने में अब और समर्थ नहीं होंगे, उनका भविष्य अंधकारमय, धुँधला एवं उदास हो जाएगा। परन्तु, धीरे-धीरे तुम सभी लोग यह पहचान लोगे कि प्रसिद्धि एवं लाभ ऐसी भयानक बेड़ियाँ हैं जिनका उपयोग शैतान मनुष्य को बाँधने के लिए करता है। जिस दिन से तुम इसे पहचानने लोगे, तुम पूरी तरह से शैतान के नियन्त्रण का विरोध करोगे और उन बेड़ियों का पूरी तरह से विरोध करोगे जिन्हें शैतान तुम्हें बाँधने के लिए लाता है। जब तुम्हारे लिए वह समय आता कि तुम उन सभी चीज़ों को फेंकने की इच्छा करते हो जिन्हें शैतान ने तुम्हारे भीतर डाला है, तब तुम शैतान से अपने आपको पूरी तरह से अलग कर लोगे और साथ ही सच में उन सब से घृणा करोगे जिन्हें शैतान तुम्हारे लिए लाया है। केवल तभी तुम्हारे पास परमेश्वर के लिए सच्चा प्रेम और लालसा होगी।"
स्रोत:सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया
अधिक: परमेश्वर का प्रेम क्या है? - गवाही के लेख और वीडियो - परमेश्वर के प्रेम को जानें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें