परमेश्वर का सच्चा प्यार: एक सच्ची कहानी पर आधारित नाट्यप्रस्तुति
इस दुनिया में अपनी जगह बनाने के लिये, नायिका को इस जगत की रीत पर चलना पड़ा, शोहरत और हैसियत पाने के लिये भाग-दौड़ और कड़ी मेहनत करने लगी। उनका जीवन सूना और पीड़ादायी हो गया। जब से वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर को मानने लगी, तब से सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों में उन्हें जीवन की सार्थकता दिखने लगी और वे प्रसन्न रहने लगी।