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1.3.18

हम क्यों जीवित हैं? और हमें करना क्यों पडता है?

सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया,चमकती पूर्वी बिजली,सर्वशक्तिमान परमेश्वर,प्रभु यीशु,यीशु,बाइबल,परमेश्वर,सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन,अवतरणसुसमाचार,वचन
सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया
हम क्यों जीवित हैं? और हमें करना क्यों पडता है? 
परमेश्वर कहते हैं: “जो लोग मर जाते हैं वे जीवितों की कहानियों को अपने साथ ले जाते हैं और जो जीवित हैं वे मरे हुओं के वही त्रासदीपूर्ण इतिहास को दोहराते रहते हैं। मानवजाति बेबसी में स्वयं से पूछती हैः हम क्यों जीवित हैं? और हमें करना क्यों पडता है? यह संसार किसके आदेश पर चलता है? मानवजाति को किसने रचा है? क्या वास्तव में मानवजाति प्रकृति के द्वारा ही रची गई है? क्या मानवजाति वास्तव में स्वयं के भाग्य के नियंत्रण में है?” 




प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए एक अति महत्वपूर्ण कदम

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