25.3.18

परमेश्वर मानता है इंसान को अपना सबसे प्रिय




Hindi Christian Song | परमेश्वर मानता है इंसान को अपना सबसे प्रिय | Praise the Great Love of God

उसके इतने सारे कार्यों में, सच्चे तजुर्बे वाले हर किसी को, अनुभव होता श्रद्धा और भय का, जो है प्रशंसा से बढ़कर। लोगों ने देखा है अनुशासन व न्याय के कार्य में परमेश्वर का स्वभाव, तभी तो है उनके दिलों में आदर।
परमेश्वर है आज्ञापालन और श्रद्धा योग्य, क्योंकि उसकी सत्ता व स्वभाव है जीवों से हटकर, है जीवों से बहुत ऊपर। इंसान नहीं केवल परमेश्वर है श्रद्धा और समर्पण के योग्य। उसके कार्य का अनुभव है जिन्हें, उसका ज्ञान है जिन्हें, उसके प्रति श्रद्धा है उनमें। परमेश्वर के विरुद्ध है जिनकी धारणा, जो नहीं मानते उसको परमेश्वर, या नहीं रखते श्रद्धा उसपर, जीते नहीं गए हैं, हालांकि करते हैं उसका अनुसरण। स्वभाव से हैं वे अवज्ञाकारी। बनाने वाले का आदर करें सभी निर्मित जीव, कर सकें सभी परमेश्वर की आराधना और पूरे दिल से उसकी प्रभुता को हों समर्पित, परमेश्वर का कार्य करना चाहता है इसे ही हासिल। उसकी हस्ती, उसका स्वभाव, जीवों से अलग है, ऊपर है। श्रद्धा और समर्पण के काबिल, केवल परमेश्वर है। और अंत में इसे ही हासिल करेगा काम उसका। "वचन देह में प्रकट होता है" से

चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।

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