सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर की इच्छा की समरसता में सेवा कैसे करें"
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "यदि तुम लोग परमेश्वर की इच्छा की सेवा करना चाहते हो, तो तुम लोगों को पहले यह अवश्य समझना चाहिए कि किस प्रकार के लोगों को परमेश्वर प्यार करता है, किस प्रकार के लोगों से परमेश्वर घृणा करता है, किस प्रकार के लोग परमेश्वर के द्वारा पूर्ण बनाए जाते हैं, और किस प्रकार के लोग परमेश्वर की सेवा करने के लिए योग्य होते हैं। यह सब से छोटी चीज़ है जिससे तुम लोगों को सज्जित होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त, तुम लोगों को परमेश्वर के कार्य के लक्ष्यों को, और उस कार्य को जानना चाहिए जिसे परमेश्वर अभी यहीँ करेगा। इसे समझने के पश्चात्, और परमेश्वर के वचनों के मार्गदर्शन के माध्यम से, तुम लोग सब से पहले प्रवेश करोगे और सबसे पहले परमेश्वर के महान आदेश को प्राप्त करोगे। जब तुम लोग परमेश्वर के वचनों के आधार पर वास्तव में अनुभव कर लोगे, और जब तुम लोग वास्तव में परमेश्वर के कार्य को जान लोगे, तो तुम लोग परमेश्वर की सेवा करने के लिए योग्य हो जाओगे। और जब तुम लोग उसकी सेवा करते हो तो तब होता है कि परमेश्वर तुम लोगों की आध्यात्मिक आँखों को प्रबुद्ध करता है, और तुम लोगों को परमेश्वर के कार्य की अधिक समझ प्राप्त करने एवं उसे अधिक स्पष्टता से देखने की अनुमति देता है। जब तुम इस वास्तविकता में प्रवेश करते हो, तो तुम्हारे अनुभव अधिक गम्भीर एवं वास्तविक हो जाएँगे, और तुम लोगों में से वे सभी जिन्हें इस प्रकार के अनुभव हुए हैं वे कलीसियाओं के बीच आने जाने और तुम लोगों के भाईयों और बहनों को, तुम लोगों की स्वयं की कमियों को पूरा करने के लिए दूसरे की मज़बूतियों पर प्रत्येक पक्ष का चित्रांकन प्रदान करने, और तुम लोगों की आत्माओं में एक अधिक समृद्ध ज्ञान प्राप्त करने में समर्थ हो जाएँगे। केवल इस प्रभाव को प्राप्त करने के बाद ही तुम लोग परमेश्वर की इच्छा की सेवा करने और अपनी सेवा के दौरान परमेश्वर के द्वारा पूर्ण बनाए जाने के योग्य बनोगे।"
इसके अतिरिक्त, तुम लोगों को परमेश्वर के कार्य के लक्ष्यों को, और उस कार्य को जानना चाहिए जिसे परमेश्वर अभी यहीँ करेगा। इसे समझने के पश्चात्, और परमेश्वर के वचनों के मार्गदर्शन के माध्यम से, तुम लोग सब से पहले प्रवेश करोगे और सबसे पहले परमेश्वर के महान आदेश को प्राप्त करोगे। जब तुम लोग परमेश्वर के वचनों के आधार पर वास्तव में अनुभव कर लोगे, और जब तुम लोग वास्तव में परमेश्वर के कार्य को जान लोगे, तो तुम लोग परमेश्वर की सेवा करने के लिए योग्य हो जाओगे। और जब तुम लोग उसकी सेवा करते हो तो तब होता है कि परमेश्वर तुम लोगों की आध्यात्मिक आँखों को प्रबुद्ध करता है, और तुम लोगों को परमेश्वर के कार्य की अधिक समझ प्राप्त करने एवं उसे अधिक स्पष्टता से देखने की अनुमति देता है। जब तुम इस वास्तविकता में प्रवेश करते हो, तो तुम्हारे अनुभव अधिक गम्भीर एवं वास्तविक हो जाएँगे, और तुम लोगों में से वे सभी जिन्हें इस प्रकार के अनुभव हुए हैं वे कलीसियाओं के बीच आने जाने और तुम लोगों के भाईयों और बहनों को, तुम लोगों की स्वयं की कमियों को पूरा करने के लिए दूसरे की मज़बूतियों पर प्रत्येक पक्ष का चित्रांकन प्रदान करने, और तुम लोगों की आत्माओं में एक अधिक समृद्ध ज्ञान प्राप्त करने में समर्थ हो जाएँगे। केवल इस प्रभाव को प्राप्त करने के बाद ही तुम लोग परमेश्वर की इच्छा की सेवा करने और अपनी सेवा के दौरान परमेश्वर के द्वारा पूर्ण बनाए जाने के योग्य बनोगे।"
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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