Hindi Gospel Video "परमेश्वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 3 - परमेश्वर के नाम का महत्व
“यहोवा” और “यीशु” व्यवस्था के युग और अनुग्रह के युग में परमेश्वर के नाम थे, और प्रकाशितवाक्य में यह भविष्यवाणी की गयी है कि अंत के दिनों में परमेश्वर एक नया नाम अपनायेंगे। परमेश्वर को अलग-अलग युगों में विभिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है? इन दो नामों “यहोवा” और “यीशु” का क्या महत्व है? यह लघु वीडियो आपके लिए इस रहस्य पर से परदा उठायेगा।
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का सृजन सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकट होने और उनका काम, परमेश्वर यीशु के दूसरे आगमन, अंतिम दिनों के मसीह की वजह से किया गया था। यह उन सभी लोगों से बना है जो अंतिम दिनों में सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार करते हैं और उसके वचनों के द्वारा जीते और बचाए जाते हैं। यह पूरी तरह से सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्थापित किया गया था और चरवाहे के रूप में उन्हीं के द्वारा नेतृत्व किया जाता है। इसे निश्चित रूप से किसी मानव द्वारा नहीं बनाया गया था। मसीह ही सत्य, मार्ग और जीवन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं।
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