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20.6.19

परमेश्वर के नाम का रहस्य


Hindi Christian Crosstalk | परमेश्वर के नाम का रहस्य | Can the Lord Be Called Jesus When He Returns?



दो हज़ार सालों से, ईसाइयों ने हमेशा यही मानकर प्रभु यीशु का नाम पुकारा है और उनसे प्रार्थना की है कि परमेश्वर का नाम सदैव यीशु ही रहेगा। हालांकि, प्रकाशित वाक्य की पुस्तक, अध्याय 3, पद 12 में यह भविष्यवाणी की गई है कि वापस लौटने पर प्रभु का एक नया नाम होगा। तो अब जबकि प्रभु अंत के दिनों में लौट आये हैं, तो क्या अब भी हम उनको यीशु ही कहेंगे? परमेश्वर के नाम में कौन से रहस्य छिपे हैं?

24.5.19

2. परमेश्वर को भिन्न-भिन्न युगों में भिन्न-भिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है?

अध्याय 2 तुम्हें परमेश्वर के नामों की सच्चाईयों को अवश्य जानना चाहिए।

सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया-सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर कहते हैं: प्रत्येक युग में,परमेश्वर नया कार्य करता है और उसे एक नए नाम से बुलाया जाता है;वह भिन्न-भिन्न युगों में एक ही कार्य कैसे कर सकता है?

2. परमेश्वर को भिन्न-भिन्न युगों में भिन्न-भिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है?
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
प्रत्येक युग में,परमेश्वर नया कार्य करता है और उसे एक नए नाम से बुलाया जाता है;वह भिन्न-भिन्न युगों में एक ही कार्य कैसे कर सकता है?वह पुराने सेकैसे चिपका रह सकता है? यीशु का नाम छुटकारे के कार्यहेतु लिया गया था, तो क्या जब वह अंत के दिनों में लौटेगा तो तब भी उसे उसी नाम से बुलाया जाएगा?क्या वह अभी भी छुटकारे का कार्य करेगा? ऐसा क्यों है कि यहोवा और यीशु एक ही हैं, फिर भी उन्हें भिन्न-भिन्न युगों में भिन्न-भिन्न नामों से बुलाया जाता है? क्या यह इसलिए नहीं कि उनके कार्य के युग भिन्न-भिन्न हैं? क्या केवल एक ही नाम परमेश्वर का उसकी संपूर्णता में प्रतिनिधित्व कर सकता है? इस तरह, भिन्न युग में परमेश्वर को भिन्न नाम के द्वारा अवश्य बुलाया जाना चाहिए, उसे युग को परिवर्तित करने और युग का प्रतिनिधित्व करने के लिए नाम का उपयोग अवश्य करना चाहिए, क्योंकि कोई भी एक नाम पूरी तरह से परमेश्वर स्वयं का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता है।

20.5.19

1. परमेश्वर नामों को क्यों अपनाता है, क्या एक ही नाम परमेश्वर की सम्पूर्णता का प्रतिनिधित्व कर सकता है?

सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया-सर्वशक्तिमान परमेश्‍वर-प्रभु यीशु की वापसी-परमेश्वर का वचन

अध्याय 2 तुम्हें परमेश्वर के नामों की सच्चाईयों को अवश्य जानना चाहिए।

1. परमेश्वर नामों को क्यों अपनाता है, क्या एक ही नाम परमेश्वर की सम्पूर्णता का प्रतिनिधित्व कर सकता है?
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
क्या यीशु का नाम, "परमेश्वर हमारे साथ," परमेश्वर के स्वभाव को उसकी समग्रता से व्यक्त कर सकता है? क्या यह पूरी तरह से परमेश्वर को स्पष्ट कर सकता है? यदि मनुष्य कहता है कि परमेश्वर को केवल यीशु कहा जा सकता है, और उसका कोई अन्य नाम नहीं हो सकता है क्योंकि परमेश्वर अपना स्वभाव नहीं बदल सकता है, तो ऐसे वचन ईशनिन्दा हैं! क्या तुम मानते हो कि यीशु नाम, परमेश्वर हमारे साथ, परमेश्वर का समग्रता से प्रतिनिधित्व कर सकता है? परमेश्वर को कई नामों से बुलाया जा सकता है, किन्तु इन कई नामों के बीच, एक भी ऐसा नहीं है जो परमेश्वर के स्वरूप को सारगर्भित रूप से व्यक्त कर सकता हो, एक भी ऐसा नहीं जो परमेश्वर का पूरी तरह से प्रतिनिधित्व कर सकता हो।

15.5.19

"परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 4 - वापस आये हुए प्रभु ने सर्वशक्तिमान परमेश्वर नाम क्यों अपनाया है?

Hindi Gospel Video "परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 4 - वापस आये हुए प्रभु ने सर्वशक्तिमान परमेश्वर नाम क्यों अपनाया है?


बाइबल भविष्यवाणी करती है कि, "मैं अपने परमेश्वर का नाम और अपने परमेश्वर के नगर अर्थात् नये यरूशलेम का नाम, जो मेरे परमेश्वर के पास से स्वर्ग पर से उतरनेवाला है, और अपना नया नाम उस पर लिखूँगा" (प्रकाशितवाक्य 3:12)। (© BSI) "तेरा एक नया नाम रखा जाएगा जो यहोवा के मुख से निकलेगा" (यशायाह 62:2)। (© BSI) अंत के दिनों में, परमेश्वर मानवजाति के सामने "सर्वशक्तिमान परमेश्वर" नाम से प्रकट होते हैं, परमेश्वर के आवास से शुरू करके अपना न्याय का कार्य करते हैं, और अपना धर्मी, प्रतापी और क्रोधपूर्ण स्वभाव प्रकट करते हैं।

14.5.19

"परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 3 - परमेश्वर के नाम का महत्‍व


Hindi Gospel Video "परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 3 - परमेश्वर के नाम का महत्‍व


“यहोवा” और “यीशु” व्यवस्था के युग और अनुग्रह के युग में परमेश्वर के नाम थे, और प्रकाशितवाक्य में यह भविष्यवाणी की गयी है कि अंत के दिनों में परमेश्वर एक नया नाम अपनायेंगे। परमेश्वर को अलग-अलग युगों में विभिन्न नामों से क्यों पुकारा जाता है? इन दो नामों “यहोवा” और “यीशु” का क्या महत्‍व है? यह लघु वीडियो आपके लिए इस रहस्य पर से परदा उठायेगा।

12.5.19

"परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 2 - क्या परमेश्वर का नाम वाकई अपरिवर्तनीय है?


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धार्मिक दुनिया के पादरी और एल्डर्स अक्सर प्रवचनों में विश्वासियों से कहते हैं कि प्रभु यीशु का नाम कभी नहीं बदल सकता और सिर्फ प्रभु यीशु के नाम पर भरोसा करके ही हम बचाये जा सकेंगे। क्या ऐसी सोच सत्‍य के अनुरूप है? यहोवा परमेश्वर ने कहा था, "मुझ से पहले कोई परमेश्‍वर न हुआ और न मेरे बाद कोई होगा। मैं ही यहोवा हूँ और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं" (यशायाह 43:10-11)। (© BSI) अनुग्रह के युग में, देहधारी परमेश्वर ने यीशु नाम अपनाया। परमेश्वर अपरिवर्तनीय हैं, तो फिर उनका नाम कैसे बदल सकता है?

11.5.19

"परमेश्‍वर का नाम बदल गया है?!" क्लिप 1 - क्या बाइबल के वचनों के अलावा परमेश्वर के और भी कोई वचन हैं?

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बाइबल कहता है, "जो सिंहासन पर बैठा था, मैंने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी जो भीतर और बाहर लिखी हुई थी, और वह सात मुहर लगाकर बन्द की गई थी" (प्रकाशितवाक्य 5:1)। (© BSI) "जिसके कान हों वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है। जो जय पाए, उस को मैं गुप्‍त मन्ना में से दूँगा" (प्रकाशितवाक्य 2:17)।

प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए एक अति महत्वपूर्ण कदम

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