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30.8.19

मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है: परमेश्वर का अधिकार" (उद्धरण, मंच पर सस्वर पाठ)


मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है: परमेश्वर का अधिकार" (उद्धरण, मंच पर सस्वर पाठ)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर का अधिकार हर जगह, हर घण्टे, और हर एक क्षण है। यदि स्वर्ग और पृथ्वी समाप्त जाएँ, तब भी उसका अधिकार कभी समाप्त नहीं होगा, क्योंकि वह स्वयं परमेश्वर है, वह अद्वितीय अधिकार धारण करता है, और उसका अधिकार लोगों, घटनाओं या चीज़ों के द्वारा, अंतरीक्ष के द्वारा या भूगोल के द्वारा प्रतिबन्धित या सीमित नहीं होता है।

1.8.19

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 2)


अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 2)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर ही मनुष्य का एकमात्र प्रभु है, परमेश्वर ही मनुष्य के भाग्य का एकमात्र स्वामी है, और इसलिए मनुष्य के लिए अपने स्वयं के भाग्य पर हुक्म चलाना असंभव है, और उससे परे होना असंभव है। किसी व्यक्ति की योग्यताएँ चाहे कितनी ही बड़ी क्यों न हों, वह दूसरों के भाग्य को प्रभावित नहीं कर सकता है, आयोजित, व्यवस्थित, नियन्त्रित, या परिवर्तित तो बिलकुल नहीं कर सकता है। केवल स्वयं अद्वितीय परमेश्वर ही मनुष्य के लिए सभी चीज़ों पर हुक्म चलाता है, क्योंकि केवल वही अद्वितीय अधिकार धारण करता है जो मनुष्य के भाग्य के ऊपर संप्रभुता रखता है; और इसलिए केवल सृजनकर्ता ही मनुष्य का अद्वितीय स्वामी है।

30.7.19

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 4)



अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 4)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "परिस्थितियों की परवाह किए बगैर परमेश्वर का अधिकार अस्तित्व में है; परमेश्वर सभी परिस्थितियों में अपने विचारों एवं अपनी इच्छाओं की अनुरूपता में प्रत्येक मानव की नियति एवं सभी प्राणियों का नियन्त्रण एवं इंतज़ाम करता है। मनुष्यों के बदलने के कारण यह नहीं बदलेगा, और यह मनुष्य की इच्छा से स्वतन्त्र है, और समय, अंतरिक्ष, एवं भूगोल में परिवर्तनों के द्वारा इसे बदला नहीं जा सकता है, क्योंकि परमेश्वर का अधिकार ही उसकी हस्ती है। चाहे मनुष्य परमेश्वर की संप्रभुता को जानने एवं स्वीकार करने के योग्य है या नहीं, और चाहे मनुष्य इसके अधीन होने के योग्य है या नहीं, यह मानव की नियति के ऊपर परमेश्वर की संप्रभुता के तथ्य को ज़रा सा भी नहीं बदलता है। दूसरे शब्दों में, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि मनुष्य परमेश्वर की संप्रभुता के प्रति क्या मनोवृत्ति अपनाता है, क्योंकि यह साधारण तौर पर इस तथ्य को बदल नहीं सकता है कि परमेश्वर मानव की नियति एवं सभी चीज़ों के ऊपर संप्रभुता रखता है। भले ही तुम परमेश्वर की संप्रभुता के अधीन नहीं हो, फिर भी वह अब भी तुम्हारी नियति को निर्धारित करता है; भले ही तुम उसकी संप्रभुता को नहीं जान सकते हो, फिर भी उसका अधिकार अब भी अस्तित्व में है।

10.7.19

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है" (अंश)



सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है" (अंश)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "इस विशाल ब्रह्मांड में ऐसे कितने प्राणी हैं जो सृष्टि के नियम का बार-बार पालन करते हुए, एक ही निरंतर नियम पर चल रहे हैं और प्रजनन कार्य में लगे हैं। जो लोग मर जाते हैं वे जीवितों की कहानियों को अपने साथ ले जाते हैं और जो जीवित हैं वे मरे हुओं के वही त्रासदीपूर्ण इतिहास को दोहराते रहते हैं। मानवजाति बेबसी में स्वयं से पूछती हैः हम क्यों जीवित हैं? और हमें करना क्यों पडता है? यह संसार किसके आदेश पर चलता है? मानवजाति को किसने रचा है? क्या वास्तव में मानवजाति प्रकृति के द्वारा ही रची गई है? क्या मानवजाति वास्तव में स्वयं के भाग्य के नियंत्रण में है?...हज़ारों सालों से मानवजाति ने बार-बार ये प्रश्न किए हैं। दुर्भाग्य से, मानवजाति जितना अधिक इन प्रश्नों के जूनून से घिरती गई, विज्ञान के लिए उसके भीतर उतनी ही अधिक प्यास उत्पन्न होती गई है।

7.7.19

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है"(अंश III)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "परमेश्वर मनुष्य के जीवन का स्रोत है"(अंश III)



     सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "जैसे-जैसे रात बढ़ती है, मनुष्य अनजान बना रहता है, क्योंकि मनुष्य का हृदय यह नहीं जान पाता कि अंधकार कैसे बढ़ता है और कहां से यह आता है। जैसे चुपचाप रात ढल जाती है, मनुष्य दिन के उजियाले का स्वागत करता है, फिर भी मनुष्य का हृदय बहुत ही कम स्पष्ट या अवगत होता है कि यह उजियाला कहां से और कैसे आया, और इसने रात के अंधियारे को कैसे दूर कर दिया। इस प्रकार के दिन और रात के सतत बदलाव मनुष्य को एक अवधि से दूसरी अवधि में लेकर जाते हैं, समय के साथ आगे बढ़ते हैं, जबकि यह भी सुनिश्चित करते हैं कि सभी समय और अवधि के दौरान परमेश्वर के कार्य और उसकी योजनाएं पूरी होती रहें। मनुष्य सदियों से परमेश्वर के साथ चलता आया है, फिर भी मनुष्य नहीं जानता है कि परमेश्वर सभी बातों पर, जीवित प्राणियों के भाग्य पर शासन करता है या सभी बातों को परमेश्वर किस प्रकार से आयोजित या निर्देशित करता है।

16.6.19

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश)


अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "मानवता एवं विश्व की नियति सृष्टिकर्ता की संप्रभुता के साथ घनिष्ठता से गुथी हुई हैं, और सृष्टिकर्ता के आयोजनों से अविभाज्य रूप से बंधी हुई हैं; अंत में, उन्हें सृष्टिकर्ता के अधिकार से धुनकर अलग नहीं किया जा सकता है। सभी चीज़ों के नियमों के माध्यम से मनुष्य सृष्टिकर्ता के आयोजनों एवं उसकी संप्रभुता को समझ पाता है; जीवित बचे रहने के नियमों के माध्यम से वह सृष्टिकर्ता के शासन का एहसास करता है; सभी चीज़ों की नियति से वह उन तरीकों के विषय में निष्कर्ष निकालता है जिनसे सृष्टिकर्ता अपनी संप्रभुता का इस्तेमाल करता है और उन पर नियन्त्रण करता है; और मानव प्राणियों एवं सभी चीज़ों के जीवन चक्रों में मनुष्य सचमुच में सभी चीज़ों के लिए सृष्टिकर्ता के आयोजनों और इंतज़ामों का अनुभव करता है और सचमुच में इस बात का साक्षी बनता है कि किस प्रकार वे आयोजन और इंतज़ाम सभी सांसारिक विधियों, नियमों, और संस्थानों, तथा सभी शक्तियों और ताकतों का स्थान ले लेते हैं।

29.5.19

परमेश्वर की सारी सृष्टि उसकी प्रभुता के अधीन होनी चाहिए


Hindi Worship Song | परमेश्वर की सारी सृष्टि उसकी प्रभुता के अधीन होनी चाहिए | How Great Is Our God

परमेश्वर ने बनाया सब कुछ, और इसलिए वह सृष्टि को लेता है, अधीन अपने, और झुकाता आगे अपने प्रभुत्व के। आदेश वो देता है सब को, हाथों में लेकर नियंत्रण। जीव-जंतु, पहाड़, नदी, और मानव को अधीन उसके आना होगा।

2.5.19

1. सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही एक सच्चा परमेश्वर है जो सभी चीज़ों पर शासन करता है।

अध्याय 1 तुम्हें अवश्य जानना चाहिए कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही एक सच्चा परमेश्वर है जिसने आकाश और पृथ्वी और वह सब कुछ बनाया है जो कुछ उन में है।
1. सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही एक सच्चा परमेश्वर है जो सभी चीज़ों पर शासन करता है।
परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
मनुष्य नहीं जानता कि ब्रह्मांड की सत्ता किसके पास है, मानवजाति की उत्पत्ति और भविष्य तो वह बिल्कुल नहीं जानती। मानवजाति सिर्फ मजबूरन इन नियमों के अधीन रहती है। न तो इससे कोई बच सकता है और न ही कोई इसे बदल सकता है, क्योंकि इन सबके मध्य और स्वर्ग में केवल एक ही शाश्वत सत्ता है जो सभी पर अपनी सम्प्रभुता रखती है। और ये वह है जिसे कभी भी मनुष्य ने देखा नहीं है, जिसे मानवजाति ने कभी जाना नहीं है, जिसके अस्तित्व में मनुष्य ने कभी भी विश्वास नहीं किया, फिर भी वही एक है जिसने मानवजाति के पूर्वजों को श्वास दी और मानवजाति को जीवन प्रदान किया। वही मानवजाति के अस्तित्व के लिए आपूर्ति और पोषण प्रदान करता है, और आज तक मानवजाति को मार्गदर्शन प्रदान करता आया है।

30.4.19

"स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है (III)" (भाग दो)


"स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है IX परमेश्वर सभी चीज़ों के लिए जीवन का स्रोत है (III)" (भाग दो)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "सभी चीज़ों को परमेश्वर के शासन से अलग नहीं किया जा सकता है, और न ही एक अकेला व्यक्ति स्वयं को उसके शासन से अलग कर सकता है। उसके नियम को खोने और उसके प्रयोजनों को खोने का
अर्थ होगा कि लोगों का जीवन, अर्थात् देह में लोगों का जीवन लुप्त हो जाएगा।

12.4.19

राज्य गान (II) परमेश्वर आ चुका है और परमेश्वर राज्य करता है


Hindi Christian Song | राज्य गान (II) परमेश्वर आ चुका है और परमेश्वर राज्य करता है | Praise God

परमेश्वर की ज्योति में लोग फिर से ज्योति देखते हैं। परमेश्वर के वचनों में, लोगों को खुशी देने वाली चीज़ें मिलती हैं। परमेश्वर का आगमन पूर्व से हुआ है और वहीं परमेश्वर की उत्पत्ति हुई है। जब परमेश्वर की महिमा चमकती है, तो सभी राष्ट्र प्रकाशित हो उठते हैं, सभी कुछ रोशनी में आ जाता है, कुछ अंधकार में नहीं रहता।

25.3.19

“चीनी सुसमाचार गायक-मण्डली प्रसंग 13”

Hindi Musical Drama “चीनी सुसमाचार गायक-मण्डली प्रसंग 13” | The New Heaven and Earth


मानवजाति ने उस पवित्रता को फिर से हासिल कर लिया है जो कभी उनके पास थी
आह … आह … आह … आह! आह! मुझे जाने दो! आह! आह! मुझे जाने दो!

21.3.19

"विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 6 - सीसीपी की धार्मिक नीति के सत्य को उजागर करना इसकी रचना का मुखौटा है

 Hindi Christian Video "विपरीत परिस्थितियों में मधुरता" क्लिप 6 - 

सीसीपी की धार्मिक नीति के सत्य को उजागर करना इसकी रचना का मुखौटा है


चीनी कम्यूनिस्ट सरकार के संविधान में धर्म और आराधना की स्वतंत्रता स्पष्ट रूप से प्रदान की गई है, फिर भी कपटता और निरंकुशता से धर्म और आराधना का दमन और उस पर प्रहार किया जाता है। मसीह के अनुयायियों को देश के बड़े अपराधी समझा जाता है और उनका दमन, गिरफ्तारी करने, उन्हें यातना देने और यहाँ तक कि उनकी हत्या करने के लिए भी क्रांतिकारी तरीकों को अपनाया जाता है। चीनी कम्यूनिस्ट सरकार जनता को धोखा देकर प्रसिद्धि पाने के लिए संविधान का उपयोग करती है फिर भी परदे के पीछे अंततः कौन से राज़ आम जनता से छुपाए जाते हैं?

5.3.19

परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति



Hindi Worship Song | परमेश्वर बहाल कर देगा सृजन की पूर्व स्थिति | God's Kingdom Has Come on Earth

अपने गहरे होते वचन के साथ, परमेश्वर की नज़र है कायनात पर।
हर सृजन बनता है नया, परमेश्वर के वचनों की बुनियाद पर।
इंसान अपनी असलियत दिखा रहा है।

23.2.19

परमेश्वर के कार्य फैले हैं ब्रह्मांड के विशाल विस्तार में

Hindi Christian Worship Song | परमेश्वर के कार्य फैले हैं ब्रह्मांड के विशाल विस्तार में
परमेश्वर देखता है सब कुछ ऊपर से,
सभी चीज़ों पर है प्रभुत्व उसका ऊपर से।

साथ ही, पृथ्वी पर भेजा है अपना उद्धार परमेश्वर ने।
हर समय परमेश्वर देख रहा है अपने गुप्त स्थान से,
इंसान की हर चाल को, हर चीज़ को जो वे कहते और करते हैं।

15.2.19

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - ब्रह्मांड में सभी चीज़ों पर परमेश्वर संप्रभुता रखता है


"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - ब्रह्मांड में सभी चीज़ों पर परमेश्वर संप्रभुता रखता है


मानव जाति कई हजारों वर्षों से इन उत्तरों की तलाश कर रही है: ब्रह्मांड में खगोलीय पिंड इतने सही क्रम में कैसे आगे बढ़ सकते हैं? क्यों सभी जीवित चीज़ें अचल नियमों का पालन करते हुए हमेशा चक्रों में चलती हैं? लोग क्यों पैदा होते हैं, और फिर हम क्यों मरते हैं?

14.11.18

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" - इस्राएलियों के लिए परमेश्वर का वादा


Hindi Christian Documentary "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" - इस्राएलियों के लिए परमेश्वर का 

वादा


सैंकड़ों सालों तक न्याय-व्यवस्था से बंधे रहने के बाद, व्यवस्था से भटकने के कारण, इस्राएलियों को आखिरकार न्याय द्वारा दण्डित होने और मौत के घाट उतार दिये जाने के जोखिम का सामना करना पड़ा। उन्होंने तुरंत परमेश्वर को पुकारा, परमेश्वर ने उनसे एक वादा किया—ऐसा वादा जो उनकी नियति और अस्तित्व को बदल देगा। तो यह वादा आखिर क्या था? इस प्रश्न का उत्तर इस भव्य ईसाई फिल्म क्लिप 'इस्राएलियों को परमेश्वर का वादा' में दिया गया है।

26.10.18

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - रोमन साम्राज्य का उदय और पतन


Hindi Christian Documentary "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - रोमन साम्राज्य का उदय और पतन

प्राचीन रोमन साम्राज्य की स्थापना और उदय ईसाई धर्म के प्रसार के लिए हुआ था। ईसाई धर्म को राष्ट्रीय धर्म बनाने के साथ इसका स्वर्ण युग आरंभ हुआ था। और ईसाईयों पर अत्याचार करने के कारण ये तबाह हो गया था। ... रोमन साम्राज्य के उदय और पतन के पीछे कारणों को जानने के लिये इस ईसाई फिल्म क्लिप को देखें।

25.10.18

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - मानवजाति और सभी चीज़ों पर शासन करता और उन्हें बनाए रखता परमेश्वर



Hindi Christian Documentary  "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - मानवजाति और सभी चीज़ों पर शासन करता और उन्हें

बनाए रखता परमेश्वर


आकाश के तले, पहाड़ों, नदियों और झीलों की अपनी-अपनी सीमाएं होती हैं, और सभी प्राणी जीवन के नियमों के अनुसार चार मौसमों में रहते हुए प्रजनन करते हैं ... क्या आप जानना चाहते हैं कि इंसान के जीवन को कौन संचालित करता है, कौन है जो इंसान और शेष सभी जीवों का भरण-पोषण करता है? परमेश्वर के अद्वितीय अधिकार के विषय में जानने के लिये ईसाई फिल्म क्लिप देखें।

11.10.18

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - परमेश्वर हर देश और सभी लोगों के भाग्य पर संप्रभुता रखता है


Hindi Christian Video  "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - परमेश्वर हर देश और सभी लोगों के भाग्य पर संप्रभुता रखता है


प्राचीन रोमन साम्राज्य और पुराना ब्रिटिश साम्राज्य बड़ी शीघ्रता से समृद्ध और शक्तिशाली बन गए, और फिर पतन और विध्वंस की ओर मुड़ गए। अब संयुक्त राज्य अमेरिका निर्विवादित रूप से विश्व की महाशक्ति बन गया है और विश्व की स्थिति को बनाए और स्थिर रखने में इसकी अचल भूमिका भी है। राष्ट्रों के उदय और पतन के पीछे वास्तव में किस प्रकार के रहस्य छिपे हुए हैं? हर देश और सभी लोगों के भाग्य पर कौन शासन कर रहा है?

5.10.18

"वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - संयुक्त राज्य अमेरिका का उदय और इसका ध्येय

   

Hindi Christian Documentary "वह जिसका हर चीज़ पर प्रभुत्व है" क्लिप - संयुक्त राज्य अमेरिका का उदय और इसका ध्येय



स्वतंत्रता, लोकतंत्र और समानता के अपने संस्थापक सिद्धांतों का पालन करते हुए... अमेरिका ने दुनिया के हालात को मज़बूत करने और एक संतुलन बनाने के लिये एक अहम भूमिका निभाई है। विश्व-स्थिति को सुरक्षा देने और उसे मज़बूत बनाने वाली उसकी भूमिका अचल और अटल है।

प्रभु की वापसी का स्वागत करने के लिए एक अति महत्वपूर्ण कदम

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