आज के पथ पर खोज के लिए सबसे उपयुक्त तरीका क्या है? अपनी खोज में तुम्हें किस व्यक्ति के रूप में स्वयं को देखना चाहिए? तुम्हें पता होना चाहिए कि जो कुछ अभी तुम्हारे साथ घटित हो रहा है उसे कैसे सँभाला जाए, चाहे वे परीक्षाएँ हों या पीड़ा, बेरहम ताड़ना हो या अभिशाप, इन सब के प्रति तुम्हें सतर्क ध्यान देना चाहिए। मैं यह क्यों कह रहा हूँ?क्योंकि अंततः, अब जो तुम्हारे साथ घटित हो रहा है, वह एक के बाद एक छोटा परीक्षण है। शायद अभी यह तुम्हारे लिए एक बड़ा तनाव नहीं, इसलिए तुम चीज़ों को चाहे जैसे भी होने दे रहे हो, प्रगति की अपनी खोज में इसे कीमती धन की तरह न लेते हुए। तुम बहुत अधिक लापरवाह हो! इस कीमती धन को तुम वास्तव में अपनी आँखों के सामने तैरते बादलों की तरह लेते हो, और तुम कठोर आघात करतीं इन छोटी घटनाओं को संजोये नहीं रखते, जो अभी तुम्हें बहुत कठोर नहीं लग रही हैं। तुम बस रुखाई से निरीक्षण करते हो और दिल पर उन्हें नहीं लेते हो, केवल उन्हें कभी-कभी एक दीवार से टकराते हुए देखते हो।